neeraj chopra biography in hindi - नीरज चोपड़ा का जीवन परिचय

neeraj chopra biography in hindi
neeraj chopra biography in hindi
पूरा नाम  नीरज चोपड़ा
जन्म  24 दिसंबर 1997
उम्र  23 साल 
राष्ट्रीयता भारतीय 
धर्म हिन्दू
भाषा  हिन्दी & हरियाणी
जन्म स्थान  हरियाणा के पानीपत
 प्रथम प्रवेश
 2012
पेशाजैवलिन थ्रो
कुल मूल्य लगभग
5 मिलियन 

हाइट 5 फुट 10 इंच
सेवा संख्यांक JC-471869A




Neeraj chopra biography - नीरज चोपड़ा भारत के भाला फेंक खिलाड़ी है। नीरज चोपड़ा ने हालही में Tokyo Olympics 2021 में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए बेहतरीन जैवलिन थ्रो करते हुए फाइनल में अपनी जगह बनाते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है। और अपना एवं भारत का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज कर लिया है। उन्होंने फाइनल में अपने पहले ही प्रयास में 87.58 मीटर की दूरी फेंक कर एक रिकॉर्ड बना लिया है। आइये जानते है ( Neeraj chopra biography ) नीरज चोपड़ा के बारे में


Neeraj chopra (नीरज चोपड़ा) biography in hindi


नीरज चोपड़ा ( Neeraj chopra ) का जन्म 24 दिसंबर 1997 को हरियाणा के पानीपत में हुआ था। नीरज चोपड़ा के पिता का नाम श्री सतीश कुमार है और नीरज चोपड़ा की माता का नाम श्रीमाती सरोज देवी है। नीरज चोपड़ा की दो बहने है।  नीरज चोपड़ा के पिता पानीपत के एक छोटे से गांव खंडरा के किसान है और उनकी माता जी हाउसवाइफ है।

नीरज एक एथलीट होने के साथ-साथ भारतीय सेना में सूबेदार पद पर भी तैनात हैं और सेना में रहते हुए अपने बेहतरीन प्रदर्शन के बदौलत इन्हे सेना में विशिस्ट सेवा मैडल से भी सम्मानित किया जा चूका है।


नीरज चोपड़ा ( Neeraj chopra ) करियर। 


नीरज चोपड़ा को शुरुआत में कबड्डी का बहुत शौक था। उनके गांव में कोई स्टेडियम तो था नहीं, ऐसे में नीरज चोपड़ा प्रैक्टिस करने के लिए गांव से 16-17 किलोमीटर दूर पानीपत के शिवाजी नगर स्टेडियम में जाने लगे।

शिवाजी नगर स्टेडियम में नीरज चोपड़ा का जयवीर नाम का एक दोस्त था, जो वहां भाला फेंक (Javelin Throw) की प्रैक्टिस करने के लिए आता था. एक दिन ऐसे खेल-खेल में जयवीर ने नीरज चोपड़ा से भाला फेंकने के लिए कहा. जब नीरज चोपड़ा ने भाला फेंका तो जयवीर उनसे काफी प्रभावित हुए और उन्होंने नीरज चोपड़ा को भाला फेंकने की प्रैक्टिस करने की सलाह दी. नीरज चोपड़ा को अपने दोस्त की बात ठीक लगी, लेकिन उनके सामने समस्या यह थी कि उनका वजन 80 किलो था. ऐसे में नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो में अपना हाथ अजमाने के लिए महज दो महीने में 20 किलो वजन कम कर लिया.


वजन कम करने के बाद नीरज चोपड़ा के सामने समस्या थी जेवलिन (भाला) खरीदने की. दरअसल उस समय एक अच्छी क्वालिटी की जेवलिन एक लाख रुपए से भी ज्यादा की आती थी, जोकि उनके परिवार के लिए खरीदना मुश्किल था. ऐसे में नीरज चोपड़ा ने 6-7 हजार रुपए की जेवलिन खरीदी और उससे प्रैक्टिस करने लगे. इसके बाद नीरज चोपड़ा ने दिन में 7-7 घंटे तक जेवलिन थ्रो की प्रैक्टिस की. इस तरह नीरज चोपड़ा एक बेहतरीन जेवलिन थ्रो खिलाड़ी बने.


नीरज चोपड़ा की शिक्षा (Education)


भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई हरियाणा से ही की है। इन्होंने ग्रेजुएशन तक की डिग्री प्राप्त की है। अपनी प्रारंभिक पढ़ाई को पूरा करने के बाद नीरज चोपड़ा ने बीबीए कॉलेज ज्वाइन किया था और वहीं से उन्होंने ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी। Idea To Draw


नीरज चोपड़ा के कोच

नीरज चोपड़ा के कोच का नाम उवे हैं जो कि जर्मनी देश के पेशेवर जैवलिन एथलीट रह चुके हैं। इनसे ट्रेनिंग लेने के बाद ही नीरज चोपड़ा इतना अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.


Neeraj Chopra Achievement


नीरज चोपड़ा ने सबसे पहले साल 2012 में लखनऊ में हुई अंडर-16 नेशनल जूनियर चैंपियनशिप में 68.46 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीता.


साल 2013 में नीरज चोपड़ा नेशनल यूथ चैंपियनशिप में दूसरे स्थान पर रहे और IAAF वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप में अपना स्थान पक्का किया.


साल 2015 में नीरज चोपड़ा में इंटर-यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में 81.04 मीटर दूरी पर भाला फेंककर एज ग्रुप का रिकॉर्ड बनाया.


इसके बाद साल 2016 में नीरज चोपड़ा में जूनियर विश्व चैंपियनशिप में 86.48 मीटर भाला फेंककर विश्वरिकॉर्ड बनाया और गोल्ड मेडल अपने नाम किया.


साल 2016 में हुए दक्षिण एशियाई खेलों में नीरज चोपड़ा ने 82.23 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण पदक अपने नाम किया.

नीरज ने 85.23 मीटर का भाला फेंककर 2017 के एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था.


साल 2018 में हुए कॉमनवेल्थ खेलों में नीरज चोपड़ा ने 86.47 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीता.


साल 2018 में ही जकार्ता एशियन गेम्स में नीरज चोपड़ा ने 88.06 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण पदक अपने नाम किया.


नीरज चोपड़ा एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय जेवलिन थ्रोअर हैं. इसके अलावा मिल्खा सिंह के बाद नीरज चोपड़ा दूसरे ऐसे भारतीय है, जिसने एक ही साल में कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता हो. मिल्खा सिंह ने यह कारनामा साल 1958 में किया था.

नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक 2021 में अपने पूल ए में अपने पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर का थ्रो फेंककर फाइनल में जगह बनाई थी.


इसके बाद फाइनल में भी 87.58 मीटर का बेहतरीन थ्रो फेंककर नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया.


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